आगरा में एसडीएम ने मारा फरियादी को थप्पड़, गुस्साई भीड़ ने दौड़ाया, ये था मामला

SDM Slapped the Complainant

SDM Slapped the Complainant

SDM Slapped the Complainant: यूपी के आगरा जिले में SDM किरावली को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. एसडीएम अपनी सरकारी गाड़ी से तहसील पहुंचे थे. तभी यहां आए नाली निर्माण को लेकर आए ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया. काफी देर तक वह गाड़ी से उतर ही नहीं पाए. जब वह गाड़ी से उतरे तो लोगों ने उनके साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई की. हालांकि इस दौरान उनके सुरक्षा गार्ड ने किसी तरह उन्हें वहां से बाहर निकाला और तहसील के अंदर ले गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

दरअसल, कीठम गांव के ग्रामीण पानी निकासी के लिए नाली बनाने की मांग को लेकर किरावली तहसील पहुंचे थे. फरियादियों ने तहसील परिसर में एसडीएम की कार घेर लिया. एसडीएम ग्रामीणों की अनदेखी कर जाने लगे. इस पर एक फरियादी ने लपक कर एसडीएम का हाथ पकड़कर लिया. ये देखकर एसडीएम ने फरियादी को थप्पड़ मार दिया. फिर क्या था, ग्रामीण भी एसडीएम से धक्का-मुक्की और हाथापाई करने लगे, लेकिन वहां मौजूद गार्ड ने किसी तरह उन्हें वहां से बाहर निकाला.

एसडीएम के साथ अभद्रता

सूचना पर पहुंची किरावली थाना पुलिस ने मामला शांत कराया. एसीपी अछनेरा गौरव सिंह ने बताया कि तहसील परिसर में एसडीएम के साथ अभद्रता करने की शिकायत पर पुलिस गई थी. मामला शांत कराया गया. अभी तक किसी ने कोई शिकायत नहीं दी है. शिकायत आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

जस की तस बनी हुई है समस्या

ग्रामीणों ने बताया कि लगातार जिम्मेदार अधिकारियों से मिल रहे हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. इसलिए, वह लोग अपनी शिकायत लेकर किरावली तहसील पर पहुंचे थे. ग्रामीणों ने गांव के पानी निकासी की समस्या के समाधान की मांग की. ग्रामीणों ने एसडीएम को घेर लिया और हंगामा किया. उनकी गाड़ी के आगे खड़े हो गए. साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारी सुन नहीं रहे हैं. समस्या का समाधान तो नहीं हुआ. यहां पिटाई की जा रही है.

क्या बोले एसडीएम?

वहीं एसडीएम किरावली राजेश कुमार जायसवाल ने बताया कि जिला मुख्यालय पर डीएम साहब से मीटिंग करने जा रहा था. मौके पर मौजूद फरियादियों से कहा था कि कुछ देर इंतजार करें. मैं थोड़ी देर में आता हूं. मेरी बात सुनकर ग्रामीणों ने हंगामा करने लगे. ग्रामीणओं का कहना था कि अभी हमारी बात और मांग सुनें. हम लंबे समय से चक्कर लगा रहे हैं. समस्या का समाधान नहीं हो रहा.